होली मुबारक

होली मुबारक


 होली के रंग तवे चढ़ेला
जब घर में बड़ा बुजुर्ग होला
सभन जाना के साथ खेले के बा होली
नई नवेली दुल्हन हो चाहें 
साथ में हो उनकर सहेली
बुरा न मानो होली है
गाए के बा
सभन जाना के होली के रंग से नहाए के बा
एक दिन पहिले करल जाला होलिका दहन
जवन कर देवे ला सभ कष्ट के निवारण
रंग चाहे कौनो हो निखार खूब आवेला
साथे रंग जा तू हो मनवा हमरो करेला
फुलवरी, बजका, मिठाई अलग अलग व्यंजण बा
आवे लागल बा खुशबू स्वादिष्ट पकवान के
आजा तनी पिलेबे के ठंडई में मिल अल भांग के
तब झूमल गाईल जाई आज सांझ के
लगावे के थोड़ा थोड़ा रंगवा
साथ बजावे के ढोलक और मृदंग के
खिलल रहे चेहरा रऊन सब के हर सुबह शाम के
मुबारक भेजत बानी सभन जाना के ई पवित्र त्योहार के

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